आधी है मुस्कान...
आधी है ख़ुशी,
दिल में है उम्मीदें..
पूरी करनी हैं फरमाइशें!
अधूरे हैं सपने...
अधूरे हैं ख्वाब,
दिल में है उम्मीदें..
पूरी करनी हैं ख्वाहिशें!
अतुल है ये क्रोध..
अतुल है ये द्वेष,
दिल में है उम्मीदें..
पूरी करनी हैं रंजिशें!
अदभुत है ये जीवन...
अदभुत है ये सफ़र,
दिल में है उम्मीदें..
पूरी करनी हैं गुजारिशें!
असंभव है ये चाहत,
असंभव है ये प्रीत,
पर दिल में है उम्मीदें..
और पूरी करनी हैं मोहब्बतें!!
10 comments:
आपकी रचना में एक प्रतिबद्धता झलकती है....कुछ कर गुजरने की!!!!!!!!!!!
और ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है............
bahut hee khubshurat.narayan narayan
kuch bhi adhoora nahi छोड़ना चाहिए दिल में............ बस ये hi janam है poorn karen ............. sundar rachnaa है aapki
nice blog & nice kavita
plese visit my blog
http://photographyimage.blogspot.com/
हिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |
bahut khuuuuuuuub........!!!!!
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
nice poem.. :)
जगदम्बा आप की आप की ख्वाहिशो को पूर्णता दे ,शब्दों की लड़ी बहुत ही प्यारी है ,उम्दा सोच उम्दा लेखन
आप सभी का शुक्रिया, प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद!!!
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